"आधुनिक गुरु और शिष्य " ---------------------------------------- प्रश्नोत्तर चल रहे थे गुरु अपने शिष्यों की जिज्ञासा का समाधान कर रहे थे । एक चतुर शिष्य ने पूछ...
कल शाम को घूमने के लिए पार्क में गई थी । जीवंतता से भरपूर था पार्क । कहीं बुजुर्ग बैठे गप मार रहे थे , कहीं बच्चे खेल रहे थे । कुछ पहलवान दौड़ लगा रहे थे मैं भी वहां उस बेंच प...
आज सुबह अखबार उठाया ,जाने कितनी खबरें मन को मथ देने वाली , चिंता में डाल देने वाली ......क्या कहीं कुछ भी अच्छा नहीं है ?? हे ईश्वर!!! तेरी बनाई इस धरती को ...दुनिया को ...हम ने कहीं का नहीं छ...